आज के इस तेजी से बदलते दौर में हर एक क्षेत्र में उन्नति देखने को मिल रही है। परिवहन क्षेत्र भी इस उन्नति से अछूता नहीं है। वर्तमान समय में पारंपरिक वाहनों का स्थान तेजी से इलेक्ट्रिक व्हीकल्स लेते जा रहे हैं, इसके पीछे तेजी से बढ़ती पर्यावरणीय प्रदूषण चिंताएं और इन वाहनों की उन्नत व आकर्षक तकनीकी है। अनुकूल सरकारी नीतियों के चलते भी इलेक्ट्रिक व्हीकल सेक्टर में तेज वृद्धि देखी जा रही है। इस वृद्धि के परिणाम स्वरूप निवेशक भी इस सेक्टर की ओर आकर्षित हो रहे हैं और Best EV Stocks In India जैसे विषय आजकल लोगों के बीच ट्रेडिंग विषय बन गए हैं। इस आर्टिकल में Best EV Stocks In India विषय के विभिन्न आयामों पर विस्तार से चर्चा की गई है।
Electric Vehicle Stocks क्या होते हैं?
भारत में Electric Vehicle Stocks को EV Stocks के नाम से भी जाना जाता है। इस सेक्टर में ऐसी कंपनियां शामिल हैं जो Electric Vehicles, मोटर, बैटरी, EV सॉफ़्टवेयर और चार्जिंग स्टेशन से जुड़े उत्पादों का निर्माण करती हैं और इन सामानों को बाजार में बेचती हैं। पर्यावरण हितैषी परिवहन की ओर दुनिया का झुकाव गति पकड़ रहा है, जिसके कारण इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग में वृद्धि हुई है और इसके चलते इस सेक्टर से जुड़ी कंपनियों की आय और मुनाफे दोनों में वृद्धि हुई है। Best EV Stocks In India को ऐसे निवेशकों द्वारा एक आशाजनक निवेश संभावना के रूप में देखा जा रहा है जो पर्यावरणीय स्थिरता और परिवहन की उन्नति में रुचि रखते हैं। EV Market में बड़ी ऑटोमेकर कंपनियों और हालिया स्टार्टअपस् से लेकर ऐसी कंपनियां भी शामिल हैं जो इलेक्ट्रिक वाहनों को बनाने के लिए जरूरी पार्ट्स के उत्पादन में विशेषज्ञता रखती हैं। ये सभी कंपनियां कुशल और पर्यावरण के लिए बेहतर परिवहन विकल्पों को आम लोगों तक पहुंचाने में अपना अपना योगदान दे रही हैं।
Electric Vehicle Industry पर एक नज़र
भारत में EV Stocks के बेजोड़ वृद्धि और नवाचार करने की पूरी पूरी संभावनाएं हैं। भारत की प्रमुख वाहन बनाने वाली कंपनियां High-Tech Electric Vehicles पेश कर रही हैं। ये Electric Vehicles सतत् विकास के लक्ष्य को पाने में दुनिया की मदद कर सकते हैं, क्योंकि ये Global Warming जैसे वैश्विक खतरे को भी कम करते हैं। भारत का Electric Vehicle Market अभी भी अपने शुरुआती दौर में है। यह अभी भारत में ऑटोमोबाइल की कुल बिक्री का 1% से भी कम का प्रतिनिधित्व करता है, लेकिन अगले कुछ वर्षों में इसके 5% से अधिक होने की संभावना है। सरकारी सब्सिडी, बढ़ती पर्यावरण जागरूकता और प्रौद्योगिकी में प्रगति की बदौलत भारत का इलेक्ट्रिक वाहन (EV) बाजार तेजी से बढ़ रहा है। भारत Faster Adoption and Manufacturing of Hybrid and Electric Vehicles (FAME) योजना जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) को अपनाने में वृद्धि करके स्थिरता और नवाचार की दिशा में अपने परिवहन वातावरण में क्रांति लाना चाहता है। 2030 तक, भारत निजी ऑटोमोबाइल की बिक्री में इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) की बिक्री का हिस्सा 30%, वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) की बिक्री का हिस्सा 70%, बसों की बिक्री में इलेक्ट्रिक बसों की बिक्री का हिस्सा 40% और दोपहिया और तिपहिया वाहनों की बिक्री में इलेक्ट्रिक दोपहिया और तिपहिया वाहनों की बिक्री का हिस्सा 80% तक बढ़ाना चाहता है। भारत का लक्ष्य 2030 तक भारतीय सड़कों पर 80 मिलियन Electric Vehicles को उतारना है। इसके अलावा, भारत के 'Make In India' अभियान का लक्ष्य भारत में चलने वाले सभी Electric Vehicles को देश में ही बनाना है। 2023 में दुनिया भर में Electric Vehicle Market 255.54 बिलियन अमेरिकी डॉलर का था। 2024 से 2033 तक इसके 23.42% के आकर्षक CAGR से बढ़ने का अनुमान है, इस सेक्टर के 2033 तक लगभग 2,108.80 बिलियन अमेरिकी डॉलर होने की उम्मीद है। 2023 में भारत में भी इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में 49.25% की उल्लेखनीय वृद्धि हुई और यह 1.52 मिलियन यूनिट तक पहुँच गई।हालांकि यह उद्योग अभी भी नया है, लेकिन यह धीरे-धीरे गति पकड़ रहा है। इसलिए अभी Best EV Stocks In India में निवेश करके एक तेजी से वृद्धि करते हुए व्यवसाय में निवेश करने का लाभ मिल सकता है। Fortune Business Insights के अनुसार, भारतीय EV बाजार का आकार 2022 में 3.21 बिलियन अमेरिकी डॉलर था जो 2029 तक 113.99 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो जाएगा। इस बीच इस सेक्टर के 66.52% के CAGR से बढ़ने की उम्मीद है। यह अनुमान है कि भारत में EV बैटरी का बाजार जो 2023 में 16.77 बिलियन अमेरिकी डॉलर का था, वर्ष 2028 तक बढ़कर 27.70 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो जाएगा। देश में फरवरी 2024 तक, 12,146 कार्यशील सार्वजनिक इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन हैं। इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशनस् की संख्या के मामले में महाराष्ट्र देश में सबसे आगे है, उसके बाद दिल्ली और दूसरे राज्य हैं। भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, इलेक्ट्रिक वाहनों की तेजी से हो रही वृद्धि को सहारा देने के लिए भारत को 2030 तक कम से कम 1.32 मिलियन चार्जिंग स्टेशन बनाने होंगे। इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज करने के लिए बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण औद्योगिक कंपनियों द्वारा सुधार किया जा रहा है।Best EV Stocks In India: इस Industry में कौन कौन से Segments हैं?
1.EV चार्जिंग के लिए नेटवर्क
ये नेटवर्क मूलभूत ढांचे के रूप में काम करते हैं जो इलेक्ट्रिक वाहनों के व्यापक उपयोग को प्रोत्साहित और सुविधाजनक बनाते हैं। Electric Vehicles के उपयोगकर्ताओं को चार्जिंग स्टेशनों तक आसान पहुँच प्रदान करने के लिए बड़े नेटवर्क चलाने वाली कंपनियाँ Servotech Power Systems, Amara Raja Energy & Mobility और Tata Power हैं। शहरों और महत्वपूर्ण मार्गों पर स्थित ये नेटवर्क लंबी दूरी की इलेक्ट्रिक वाहनों की यात्रा की व्यवहार्यता के लिए आवश्यक हैं। इस प्रकार, ये कंपनियां Battery Life की चिंताओं को कम करके और परिवहन सुविधाओं को पारिस्थितिकी के अनुकूल बनाकर इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग पर बड़ा प्रभाव डालती हैं।2.बैटरी के निर्माता
ये कंपनियां ऊर्जा भंडारण प्रणालियों के विकास और निर्माण के साथ-साथ गैजेट्स, इलेक्ट्रिक कारों और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के लिए बैटरी बनाने में प्रमुख भूमिका निभाती हैं। Exide Industries, Amara Raja Energy & Mobility और Himadri Speciality Chemical इस सेगमेंट की शीर्ष कंपनियों में से हैं। ये कंपनियां, बैटरी प्रौद्योगिकी के विकास, बैटरी दक्षता को बढ़ाने और Electric Vehicles के लिए बैटरियों को और अधिक पर्यावरण हितैषी बनाने में अहम भूमिका निभा रही हैं। इस सेगमेंट में आने वाली कंपनियां नवीकरणीय ऊर्जा की बढ़ती हुई मांग को अपने स्वच्छ ऊर्जा उत्पादों को पेश कर, पूरा कर रही हैं।3.Electric Vehicle सॉफ्टवेयर डेवलपर्स
EV सॉफ्टवेयर में विशेषज्ञता रखने वाली कंपनियाँ भारत में इलेक्ट्रिक वाहन कंपनियों के लिए Battery Management, Energy Efficiency और Connections के लिए सॉफ्टवेयर बनाने का काम करतीं हैं। ये सॉफ्टवेयर इलेक्ट्रिक वाहनों के सुचारू संचालन के लिए महत्वपूर्ण हैं। KPIT Technologies भारत में Electric Vehicle Software की एक अग्रणी डेवलपर है।4.ऑटोमोबाइल कंपोनेंट निर्माता
इस सेगमेंट की कंपनियाँ मोटरवाहन उद्योग और Electric Vehicles के लिए इंजन, पहिए, इलेक्ट्रॉनिक्स और अन्य महत्वपूर्ण पुर्जे बनाती हैं जो वाहनों को एक साथ जोड़ने के लिए आवश्यक हैं। मदरसन सुमी वायरिंग, मिंडा कॉर्पोरेशन, यूनिपार्ट्स इंडिया और ग्रेफाइट इंडिया इस सेगमेंट में आने वाली प्रमुख निर्माता हैं।5.इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माता
ये कंपनियां ऑटोमोबाइल डिजाइन, वाहन निर्माण और वाहनों की खुदरा बिक्री में शामिल हैं। इस सेगमेंट में आने वाली कंपनियां ऑटो उद्योग में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, ये कंपनियां पारंपरिक गैस से चलने वाली कारों से लेकर तेजी से लोकप्रिय हो रहे इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहनों तक का निर्माण करती हैं। Tata Motors, Mahindra & Mahindra, Maruti Suzuki जैसे Four Wheeler Manufacturers और Ola Electric, Hero Motocorp और TVS Motors जैसे दोपहिया वाहन निर्माता इस सेगमेंट में आने वाली कंपनियों के कुछ प्रसिद्ध उदाहरण हैं।Table Of Best EV Stocks In India
नोट: उपरोक्त Best EV Stocks In India टेबल के आंकड़ों के लिए आधार तिथि 30 अगस्त, 2024 है। प्रस्तुत आंकड़ों का स्त्रोत Groww है। इस आर्टिकल में दी गई जानकारी विशुद्ध रूप से केवल शैक्षिक उद्देश्यों हेतु है। पाठकों से अनुरोध है कि वे किसी भी प्रकार के निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से राय जरूर लें।
Best EV Stocks In India: कंपनियों की संक्षिप्त जानकारी
1.Himadri Speciality Chemical Limited
Best EV Stocks In India लिस्ट में शामिल पहली कंपनी हिमाद्री स्पेशलिटी केमिकल लिमिटेड है। इसकी स्थापना सन् 1987 में हुई थी। यह कंपनी SNF, कार्बन ब्लैक, कोल टार पिच, नेफ़थलीन, रिफाइंड नेफ़थलीन और स्पेशलिटी ऑयल सहित कई विशेष कार्बन उत्पादों को बनाती है। दुनिया की सबसे एकीकृत स्पेशलिटी कार्बन कंपनियों में से एक होने के नाते, कंपनी ने बाजार में अपने तीन दशकों से अधिक के समय में कई अत्याधुनिक उत्पादों को विकसित और लॉन्च किया है, जो स्टील, एल्यूमीनियम, प्लास्टिक, बुनियादी ढांचे के विकास, और ऑटोमोबाइल जैसे कई अत्याधुनिक उद्योगों में इस्तेमाल किए जा रहे हैं। हिमाद्री स्पेशलिटी केमिकल अपनी वर्ल्ड क्लास ग्राहक सेवा के लिए जानी जाती है। इस कंपनी ने अपने उत्पादों में निरंतर नवाचार भी किया है। कंपनी का लक्ष्य सतत विकास है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए कंपनी पर्यावरण मानकों को बनाए रखते हुए निरंतर नवाचार के लिए प्रतिबद्ध है। कंपनी की शीर्ष विनिर्माण सुविधाएं कड़े प्रदूषण मानकों का पालन करती हैं और शून्य उत्सर्जन पर फोकस करती हैं। कंपनी ने अपनी सभी उत्पादक इकाईयों में ऊर्जा-बचत तकनीक में सक्रिय रूप से निवेश किया है।2.Motherson Sumi Wiring India Limited
Wiring Harnesses, Harness Components और दूसरे Electric Wires के उत्पादन में विश्व की अग्रणी कंपनी Sumitomo Wiring Systems, Ltd. के सहयोग से मदरसन सुमी वायरिंग इंडिया की स्थापना की गई। 1986 में सुमितोमो वायरिंग सिस्टम्स (SWS), के साथ एक Joint Venture के रूप में Samvardhana Motherson International Ltd. (SAMIL) की स्थापना की गई थी। 1993 में इस कंपनी को भारतीय स्टॉक एक्सचेंजों में सूचीबद्ध भी किया गया। Samvardhana Motherson International Ltd. से भारतीय वायरिंग हार्नेस Business के विभाजन के बाद, Motherson Sumi Wiring India Limited का गठन किया गया। मदरसन सुमी वायरिंग इंडिया लिमिटेड एक भारतीय कंपनी है जिसमें लगभग 40,000 कर्मचारी हैं, इस कंपनी का मुख्यालय नोएडा में स्थित है। कंपनी के पास देश भर में असेंबली और विनिर्माण संयंत्रों के साथ-साथ तकनीकी केंद्र भी है।भारतीय वायर हार्नेस बाजार में, मदरसन सुमी वायरिंग इंडिया लिमिटेड OEMs के लिए एक प्रमुख और तेजी से विस्तार करने वाला Full-System Solutions Supplier है। एक Full-System Solutions Provider के रूप में, कंपनी आपूर्ति श्रृंखला के सभी चरणों में अपने ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करती है। कंपनी Product Design और Validation, Tools Design, Manufacturing, Finishing एवं Processing, Assembly से लेकर वाहनों के बीच डेटा ट्रांसफर या बिजली आपूर्ति के लिए Electrical & Electronic Distribution Systems के उत्पादन तक की सुविधाएं प्रदान करती है।3.Tata Motors Limited
टाटा मोटर्स लिमिटेड एक भारतीय बहुराष्ट्रीय ऑटोमोटिव निगम है जिसका मुख्यालय मुंबई में स्थित है। यह कंपनी विश्व प्रसिद्ध टाटा ग्रुप का हिस्सा है। इस कंपनी की स्थापना वर्ष 1945 में भारत के एक ऐतिहासिक उद्यमी जे.आर.डी. टाटा ने की थी। कंपनी बसें, वैन, लॉरी और कारें बनाती है। दक्षिण कोरिया में Tata Daewoo और ब्रिटेन में Jaguar Land Rover, टाटा मोटर्स की सहायक कंपनियों के उदाहरण हैं। टाटा मोटर्स और हिताची के बीच Joint Venture से बनी कंपनी Tata Hitachi Construction Machinery फिएट क्रिसलर और टाटा-ब्रांडेड ऑटोमोबाइल्स के लिए वाहन पार्ट्स बनाती है।अर्जेंटीना, दक्षिण अफ्रीका, यूनाइटेड किंगडम और थाईलैंड के अलावा, टाटा मोटर्स के पास भारत में जमशेदपुर, पंतनगर, लखनऊ, साणंद, धारवाड़ और पुणे में वाहन और ऑटो उत्पादन सुविधाएं हैं। इसकी R&D केंद्र दक्षिण कोरिया, यूनाइटेड किंगडम, स्पेन, पुणे, जमशेदपुर, लखनऊ और धारवाड़ (भारत) में स्थित हैं। बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी 50 बेंचमार्क सूचकांकों का एक हिस्सा होने के अलावा, टाटा मोटर्स बीएसई और एनएसई दोनों पर सूचीबद्ध भी है। 2019 तक दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों की Fortune Global 500 रैंकिंग में, कंपनी 265वें स्थान पर थी। टाटा मोटर्स ने 2022 में टाटा इंडिका (पैसेंजर कार) और टाटा ऐस (कमर्शियल वाहन), के इलेक्ट्रिक मॉडल बाजार में उतार दिए थे, इन दोनों वाहनों को लिथियम बैटरी पर चलने के लिए डिज़ाइन किया गया था। दोनों वाहन TM4 इलेक्ट्रिक मोटर और इनवर्टर द्वारा संचालित हैं। 30.2 KWh लिथियम-आयन बैटरी और एक बार चार्ज करने पर 312 किमी की लगातार रेंज के साथ, टाटा मोटर्स ने दिसंबर 2019 में एक एसयूवी, नेक्सॉन EV को पेश किया। इसकी क्विक चार्जिंग तकनीक की बदौलत कार को 60 मिनट में 0% से 80% तक चार्ज किया जा सकता है। टाटा मोटर्स के एक डिवीजन के रूप में निर्मित, टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी इलेक्ट्रिक वाहन बनाती है। टाटा नेक्सॉन, टाटा टिगोर, टाटा अल्ट्रोज़, टाटा टियागो, टाटा ऐस और टाटा पंच के लिए, कंपनी EV मॉडल बना चुकी है।4.Hero MotoCorp Limited
Best EV Stocks In India लिस्ट में अगला कमाल का स्टॉक Hero MotoCorp Limited है। दिल्ली में स्थित अपने मुख्यालय के साथ, हीरो मोटोकॉर्प लिमिटेड मोटरसाइकिल और स्कूटर की एक बहुराष्ट्रीय भारतीय निर्माता है। यह दुनिया के सबसे बड़े दोपहिया वाहन निर्माताओं में से एक है और भारतीय दोपहिया वाहन सेक्टर में लगभग 46% बाजार हिस्सेदारी रखती है। हीरो मोटोकॉर्प की स्थापना, हीरो होंडा (एक ज्वाइंट वेंचर) के रूप में जापान के होंडा समूह और भारत के हीरो समूह द्वारा की गई थी। 1984 में, हीरो होंडा ने बाजार में अपने व्यवसाय की शुरुआत की। सन् 2011 में हीरो होंडा (एक ज्वाइंट वेंचर) को समाप्त कर दिया गया और वर्तमान में भारत की सबसे बड़ी दोपहिया वाहन निर्माता कंपनी हीरो मोटोकॉर्प लिमिटेड अस्तित्व में आई। धारूहेड़ा, गुरुग्राम, नीमराना, हरिद्वार और हलोल में स्थित हीरो मोटोकॉर्प के पाँच उत्पादन संयंत्र हैं। आंध्र प्रदेश के चित्तूर में कंपनी के द्वारा एक नई औद्योगिक सुविधा का निर्माण किया जा रहा है। अपने उन्नत विनिर्माण संयंत्रों के साथ, निगम 31 मार्च, 2020 तक सालाना 9.1 मिलियन यूनिट वाहनों के उत्पादन में सक्षम था। इन विनिर्माण संयंत्रों के अलावा कंपनी के पास दो R&D केंद्र भी मौजूद हैं, जिसमें से एक जर्मनी में और दूसरा जयपुर में स्थित है। दुनिया में सबसे ज़्यादा दोपहिया वाहन बेचने वाली कंपनी के लिहाज से हीरो मोटोकॉर्प ने 2019 में लगभग 78 लाख (7.8 मिलियन) यूनिट बेचीं थीं। हीरो मोटोकॉर्प, VIDA पर पूर्ण स्वामित्व रखती है, जो Electric Scooters बनाने वाली देश की एक अग्रणी कंपनी है। हीरो मोटोकॉर्प की यह सहायक कंपनी Vida V1 ब्रांड के तहत इलेक्ट्रिक स्कूटर बनाती है। इसी तरह, हीरो द्वारा वित्तपोषित एक अन्य स्टार्टअप, SURGE ने Surge-S32 पेश किया है, जो एक विशेष तीन-पहिया इलेक्ट्रिक वाहन है, इसकी प्रमुख विशेषता है कि यह आसानी से दो-पहिया स्कूटर में बदल जाता है।5.Ashok Leyland Limited
चेन्नई में स्थित अपने मुख्यालय के साथ, अशोक लेलैंड भारत में स्थित एक बहुराष्ट्रीय ऑटोमोबाइल निर्माण कंपनी है। हिंदुजा ग्रुप इस ऑटोमोबाइल निर्माण कंपनी पर मालिकाना हक रखता है। अशोक लेलैंड 1948 में अशोक मोटर्स के रूप में स्थापित हुई थी, परंतु साल 1955 में ब्रिटिश लेलैंड के साथ साझेदारी के चलते कंपनी का नाम बदलकर अशोक लेलैंड कर दिया गया। अशोक लेलैंड ऑटोमोबाइल निर्माण में विश्व स्तर पर दसवें नंबर पर है, बस उत्पादन के मामले में इसका चौथा स्थान है और वाणिज्यिक वाहनों की बात करें तो कंपनी भारत में टाटा मोटर्स के बाद दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है, जिसकी 2016 में बाजार हिस्सेदारी 32.1% थी। इसके विनिर्माण संयंत्र एन्नोर, भंडारा, होसुर, अलवर और पंतनगर में स्थित हैं। भारत से बाहर कंपनी के दो बस विनिर्माण कारखाने हैं, इनमें से एक रास अल खैमाह (यूएई) में जबकि दूसरा लीड्स, यूनाइटेड किंगडम में स्थित है। कंपनी ने ऑटोमोटिव और दूरसंचार उद्योगों के लिए हाई-प्रेस डाई-कास्टिंग एक्सट्रूडेड एल्यूमीनियम पार्ट्स के उत्पादन के लिए अल्टीम ग्रुप के साथ एक ज्वाइंट वेंचर की भी स्थापना की है। अपने संयंत्रों में ऑटोमोबाइल उत्पादन के अलावा, अशोक लेलैंड औद्योगिक और समुद्री सेटिंग्स में उपयोग के लिए इंजन और रिप्लेसमेंट पार्ट्स का भी उत्पादन करती है। अशोक लेलैंड के 2019 के दावों के अनुसार, यह कंपनी दुनिया भर के 10 शीर्ष वाणिज्यिक वाहन निर्माताओं की सूची में शामिल हैं। 2016 में, अशोक लेलैंड ने यूरो-6 मानकों का अनुपालन करने वाली पहली इलेक्ट्रिक बस और ट्रक को बाजार में पेश किया था। भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में अशोक लेलैंड एक मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित कर रही है जो इलेक्ट्रिक कमर्शियल कारों का उत्पादन करेगा। शुरुआत में, इस प्लांट में सालाना 2,500 कारें बनेंगी परंतु अगले दस सालों में, यह संख्या धीरे-धीरे बढ़कर 5,000 तक ले जाने का कंपनी ने लक्ष्य रखा है। इस प्लांट का प्राथमिक उत्पाद इलेक्ट्रिक बसें होंगी। इस प्लांट के 2025 में, शुरू होने की संभावना जताई जा रही है।6.KPIT Technologies Limited
Software-Defined Vehicles को हकीकत बनाने के लिए, KPIT Technologies ऑटोमोटिव और मोबिलिटी सेक्टर में अपनी वैश्विक भागीदारी सुनिश्चित कर रही है। KPIT Technologies Limited का गठन वर्ष 1990 में हुआ और 1999 में यह कंपनी भारतीय शेयर बाजार में सूचीबद्ध हो गई। कंपनी का मुख्यालय पुणे, महाराष्ट्र में स्थित है। Leading Independent Software Development और Integration करने वाली कंपनी के रूप में KPIT Technologies Limited मोबिलिटी के स्मार्ट, सुरक्षित और स्वच्छ भविष्य में संक्रमण को गति दे रही है। डिजिटल समाधानों, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और एम्बेडेड सॉफ़्टवेयर में विशेषज्ञता रखने वाले दुनिया भर के 13,000 से अधिक पेशेवरों के साथ, KPIT Technologies अपने ग्राहकों को आगामी मोबिलिटी रोडमैप की तैयारी में नई पीढ़ी की तकनीकों को तेज़ी से लागू करने में मदद करती है। KPIT Technologies ऑटोमोटिव और मोबिलिटी में सेक्टर की सबसे बड़ी कंपनियों के साथ सहयोग करती है। कंपनी के इंजीनियरिंग केंद्र यूरोप, यूएसए, जापान, चीन, थाईलैंड और भारत में स्थित हैं।7.Exide Industries Limited
कोलकाता, भारत में स्थित एक्साइड इंडस्ट्रीज लिमिटेड Best EV Stocks In India लिस्ट की अगली कंपनी है। यह कंपनी एक अंतरराष्ट्रीय स्टोरेज बैटरी निर्माता फर्म है। यह भारत में सबसे बड़ी लेड-एसिड स्टोरेज बैटरी निर्माता और पावर स्टोरेज समाधान की आपूर्तिकर्ता है। कंपनी अंतरराष्ट्रीय मानकों पर आधारित 10 कारखानों का संचालन करती है, जिनमें से दो घरेलू UPS सिस्टम्स के उत्पादन के लिए समर्पित हैं और बाकी आठ देश के पांच राज्यों में स्थित हैं। ये संयंत्र निम्नलिखित स्थानों पर स्थित हैं: तमिलनाडु में होसुर; हरियाणा में बावल; महाराष्ट्र में अहमदनगर, चिंचवाड़ तथा तलोजा; पश्चिम बंगाल में हल्दिया व श्यामनगर; उत्तराखंड में रुड़की एवं हरिद्वार; और गुजरात में प्रांतिज। एक्साइड अपने विदेशी सहयोगियों और सहायक कंपनियों के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कारोबार करती है। कंपनी के स्वामित्व में सिंगापुर, यूनाइटेड किंगडम और श्रीलंका में उत्पादन कारखाने हैं। एक्साइड की बैटरियाँ दुनिया भर के 60 से अधिक देशों में निर्यात की जाती हैं। इसके वितरकों, डीलरों और उप-डीलरों का नेटवर्क 95,000 से अधिक है।अपनी सहायक कंपनी एक्साइड एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड (EESL) के माध्यम से, Exide Industries ने लिथियम-आयन सेल, मॉड्यूल और पैक के निर्माण में कदम रखा है। EESL के तहत, कंपनी देश के EV सेक्टर में अपनी पहुंच बनाने के लिए कर्नाटक के बेंगलुरु में एक संयंत्र स्थापित कर रही है। ईईएसएल द्वारा दो चरणों में ग्रीन-फील्ड सेल विनिर्माण सुविधा का निर्माण किया जा रहा है। गुजरात के प्रांतिज में स्थित अपने परिचालन कारखाने के माध्यम से, EESL वर्तमान में लिथियम-आयन बैटरी मॉड्यूल और पैक के उत्पादन, संयोजन और बिक्री में शामिल है। एक्साइड के द्वारा पेश किए जाने वाले उत्पादों में ऑटोमोबाइल, औद्योगिक, इन्वर्टर और आवासीय यूपीएस सिस्टमों के लिए बैटरियां शामिल हैं।8.Servotech Power Systems Limited
सर्वोटेक पावर सिस्टम्स लिमिटेड (SPSL) एक विख्यात भारतीय कंपनी है जो स्टेबलाइजर्स, एलईडी लाइट्स, इनवर्टर और सौर उत्पादों जैसे विभिन्न प्रकार के इलेक्ट्रिक प्रोडक्ट्स का उत्पादन और विपणन करती है। भारत के नई दिल्ली में स्थित अपने मुख्यालय के साथ, सर्वोटेक पावर सिस्टम्स लिमिटेड की स्थापना 2004 में हुई थी। कंपनी ईवी चार्जर बनाती है और एलईडी लाइट्स के साथ साथ उनके इंस्टालेशन और रखरखाव संबंधी सेवाएं भी प्रदान करती है। SAARA ब्रांड के तहत, कंपनी वाणिज्यिक, औद्योगिक और आवासीय क्षेत्रों के लिए LED Lighting Solutions प्रदान करती है। SPSL का लक्ष्य टिकाऊ भविष्य के लिए अत्याधुनिक तकनीकी समाधान प्रदान करना है। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड और भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड जैसी तेल विपणन फर्मों के साथ साझेदारी में, सर्वोटेक पावर सिस्टम्स लिमिटेड ने 2,400 से अधिक ईवी चार्जर बनाए हैं। सर्वोटेक पावर सिस्टम्स लिमिटेड, जो SERVOTECH ब्रांड के तहत कई क्षेत्रों में कारोबार करती है, 2017 में NSE पर सूचीबद्ध हुई था।9.Graphite India Limited
भारत में, ग्रेफाइट इंडिया लिमिटेड (GIL) ग्रेफाइट और कार्बन उत्पादों की अग्रणी कंपनी है। इसकी स्थापना 1962 में हुई थी। कंपनी ने अपने कोर प्रोडक्ट ग्रेफाइट इलेक्ट्रोड्स से शुरुआत करते हुए, ग्रेफाइट और कार्बन के विशेष उपयोग के अत्यधिक मांग वाले क्षेत्र में कदम रखा है। बड़े पैमाने पर उत्पादन और तकनीकी के बढ़ते उपयोग के माध्यम से, कंपनी कम लागत पर अपनी विनिर्माण क्षमता बढ़ाने की लगातार कोशिश कर रही है। वैश्विक बाजार में, GIL समय के साथ एक प्रसिद्ध और सम्मानित ब्रांड के रूप में विकसित हुआ है। GIL विभिन्न उद्योगों और उपयोगों के लिए कार्बन और ग्रेफाइट उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है। GIL नए बाजारों और उद्यम संभावनाओं को खोजने के लिए अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों के साथ सक्रिय सहयोग के लिए प्रयास करता है। भारत के दुर्गापुर, नासिक, बरौनी, चुनचुनकट और टिटिलागढ़ में ग्रेफाइट इंडिया लिमिटेड के संयंत्र हैं। भारत के बाहर न्यूरेमबर्ग, जर्मनी में कंपनी एक उत्पादन सुविधा रखती है। दुर्गापुर, नासिक और न्यूरेमबर्ग (जर्मनी) में कंपनी की सुविधाएँ इलेक्ट्रोड बनाती हैं; बरौनी में, कंपनी के द्वारा कोक और पेस्ट का उत्पादन किया जाता है; नासिक में, कंपनी Impervious Graphite Equipment (IGE) और GRP का उत्पादन करती है। कंपनी चुनचुनकट में एक जलविद्युत संयंत्र का संचालन करती है और टिटिलागढ़ में इसकी पॉमेक्स स्टील डिवीजन है।10.Uniparts India Limited
Best EV Stocks In India लिस्ट में दसवां और आखिरी स्टॉक Uniparts India Limited है। इंजीनियर्ड सिस्टम्स और सॉल्यूशंस की वैश्विक उत्पादक, यूनिपार्ट्स इंडिया लिमिटेड भारत में स्थित एक बहुराष्ट्रीय फर्म है। उत्तर प्रदेश के नोएडा में स्थित अपने मुख्य कार्यालय के साथ, कंपनी की स्थापना 1994 में हुई थी। अमेरिका, यूरोप और भारत में फैली अपनी छह विनिर्माण सुविधाओं और चार गोदामों के साथ, कंपनी कृषि, निर्माण, वानिकी एवं खनन (CFM), और आफ्टरमार्केट सेक्टर्स में ऑफ-हाइवे बाजार के लिए सिस्टम और पार्ट्स की एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता है। इसके उत्पाद 25 देशों में बेचे जाते हैं। ऑफ हाइवे व्हीकल (OHV) उद्योग के लिए, कंपनी आवश्यक उत्पादों और सटीक-इंजीनियर उत्पादों की असेंबली बनाती है और व्यापक एंड-टू-एंड समाधान प्रदान करती है जो प्रोडक्ट कंसेप्शन, डिजाइन, प्रोटोटाइपिंग, परीक्षण, विकास और असेंबली से लेकर कस्टुमाइज्ड पैकेजिंग और डिलीवरी तक सब कुछ कवर करती है। यूनिपार्ट्स इंडिया लिमिटेड के उत्पाद पोर्टफोलियो में 3-पॉइंट लिंकेज सिस्टम (3PL) और प्रेसिजन मशीन्ड पार्ट्स (PMP) के प्राथमिक वर्टिकल शामिल हैं, साथ ही पावर टेकऑफ़, फैब्रिकेशन और हाइड्रोलिक सिलेंडर या उनके पार्ट्स के सप्लिमेंट्री वर्टिकल भी शामिल हैं।Best EV Sector Stocks In India: इस सेक्टर के अच्छे स्टॉक्स की क्या विशेषताएं हैं?
1.स्ट्रांग फाइनेंशियलस्
EV सेक्टर के अच्छे स्टॉक्स की वित्तीय स्थिति हमेशा ही शानदार रहती है। इस अच्छी वित्तीय स्थिति का लाभ कंपनी को बाजार में अधिक से अधिक हिस्सेदारी प्राप्त करने में मिलता है इस बढ़ी हुई हिस्सेदारी से कंपनी के स्टॉक प्राइस में भी वृद्धि होती है।2.मार्केट लीडरशिप
स्टॉक मार्केट में यह अमूमन देखा जाता है कि सेक्टर की लीडर कंपनियों की ग्रोथ दूसरी छोटी कंपनियों के मुकाबले बहुत ज्यादा और तेजी से होती है। भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल सेक्टर भी इस तथ्य का कोई अपवाद नहीं है। Best EV Stocks In India के संदर्भ में भी अच्छी कंपनियां सेक्टर लीडर हैं।3.अनुभवी मैनेजमेंट
एक अच्छा अनुभवी मैनेजमेंट बोर्ड होना किसी भी कंपनी के लिए बहुत ही आवश्यक होता है। अनुभवी लोगों की सूझबूझ से कंपनी को लंबे समय में अत्यधिक फायदा पहुंच सकता है वहीं दूसरी ओर अनुभवहीन लोगों के कारण कंपनी को तगड़ा नुकसान भी हो सकता है। इस कारण से Best EV Stocks In India में निवेश करने से पहले कंपनियों के मैनेजमेंट के बारे में अच्छे से जानकारी जुटा लेनी चाहिए।4.इन्नोवेटिव प्रोडक्ट्स
अच्छी कंपनियों की यह विशेषता होती है कि उनके प्रोडक्ट्स समय की मांगों को पूरा करने में हमेशा ही सक्षम होते हैं। भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल सेक्टर अभी शुरुआती दौर में है परंतु समय के साथ इसमें भी नए-नए बदलाव आएंगे। इस तरह इस सेक्टर में वही कंपनियां टिक पाएंगी जो समय के साथ बाजार में नए इन्नोवेटिव प्रोडक्ट्स उतरती रहेंगी।5.एडवांस्ड टेक्नोलॉजी
इलेक्ट्रिक व्हीकल मार्केट में काम करने वाली कंपनियों के लिए टेक्नोलॉजी एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है क्योंकि यह सेक्टर टेक्नोलॉजी के दम पर ही चलता है। अच्छी कंपनियों हमेशा ही समय के साथ अपनी टेक्नोलॉजी को बदलती हैं और Best EV Stocks In India भी इस तथ्य से अछूते नहीं हैं।6.स्थिर निर्माण अवसंरचना
इलेक्ट्रिक व्हीकल मार्केट एक उत्पादन करने वाला सेक्टर है इस कारण Best EV Stocks In India उन्हीं कंपनियों के स्टॉक्स को माना जा सकता है जिनके पास अपने स्वयं के उत्पादन कारखाने मौजूद हों। उन्नत एवं स्थिर निर्माण अवसंरचनाएं इस सेक्टर में टिके रहने के लिए बहुत ही आवश्यक हैं।7.रिसर्च एंड डेवलपमेंट
किसी भी क्षेत्र में नई तकनीकी के विकास के लिए रिसर्च एंड डेवलपमेंट बहुत जरूरी होता है स्टॉक मार्केट में छप्पर फाड़ रिटर्न देने वाली कंपनियां हमेशा ही अच्छे रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर्स अपने पास रखती हैं। भारत के इलेक्ट्रिक व्हीकल सेक्टर में लगातार नई तकनीकी की खोज करने वाली कंपनियां ही Best EV Stocks In India लिस्ट में में वर्तमान और भविष्य में शामिल रह सकती हैं।Best EV Stocks In India: इन स्टॉक्स में निवेश करने के क्या फायदे हैं?
1.बढ़ते सेक्टर में निवेश
इलेक्ट्रिक व्हीकल सेक्टर इस समय एक उभरता हुआ सेक्टर है जिसके उत्पादों की मांग दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। ऐसे में Best EV Stocks In India में निवेश करके एक तेजी से वृद्धि करते हुए व्यवसाय में निवेश करने का लाभ मिल सकता है।2.पोर्टफोलियो डाइवर्सिफिकेशन
वर्तमान समय में शेयर मार्केट के जानकारों के द्वारा पोर्टफोलियो डायवर्सिफिकेशन यानी अपने पोर्टफोलियो में अलग-अलग सेक्टर के शेयर्स को रखना पर अधिक जोर दिया जा रहा है। निवेशक Best EV Stocks In India में निवेश करके भी अपने पोर्टफोलियो को डाइवर्सिफाइड कर सकते हैं। इससे किसी एक सेक्टर में आने वाली एक तरफा गिरावट से बचा जा सकता है।3.अधिक रिटर्न की संभावना
इलेक्ट्रिक व्हीकल सेक्टर के उत्पादों की तेजी से बढ़ती हुई मांग और लोगों के बीच पर्यावरण संरक्षण के प्रति बढ़ती जागरूकता के कारण इस सेक्टर के स्टॉक्स में तेजी की उम्मीद की जा सकती है। इससे लंबे समय में Best EV Stocks In India से अच्छे लाभ की संभावना बनती है।4.अनुकूल सरकारी नीतियां
भारत में सरकार इलेक्ट्रिक व्हीकल को बनाने वाली कंपनियों को कई प्रकार के प्रोत्साहन दे रही हैं, साथ ही साथ सरकार इलेक्ट्रिक व्हीकल की खरीद पर ग्राहकों को सब्सिडी भी देती है जिससे आम जनता इन्हें आसानी से खरीद सकती है। इस प्रकार ये सरकारी नीतियां इस Best EV Stocks In India को फायदा पहुंचाने का काम करती हैं।Best EV Stocks In India में निवेश संबंधी खतरे क्या हो सकते हैं?
1.उच्च प्रतिस्पर्धा
इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने वाली कंपनियों के बीच गला काट प्रतियोगिता देखने को मिलती है। इस वजह से यदि Best EV Stocks In India लिस्ट में शामिल कोई कंपनी इस प्रतियोगिता में पिछड़ती है तो उसके स्टॉक्स पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।2.नीतियों में बदलाव
वर्तमान समय में सरकारी नीतियां Best EV Stocks In India के पक्ष में हैं। परंतु सरकारी नीतियों एवं प्राथमिकताओं में बदलाव के चलते इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में गिरावट भी आ सकती है।3.सप्लाई चेन में वोलेटिलिटी
इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को बनाने वाली कंपनियों को इस प्रकार के वाहन बनाने के लिए कई अन्य कंपनियों से अलग-अलग पार्ट्स खरीदने पड़ते हैं। यदि इन पार्ट्स को बनाने वाली कंपनियों में कुछ गड़बड़ी आती है या सप्लाई चैन में किसी प्रकार की रुकावट आती है तो इन इलेक्ट्रिक व्हीकल्स बनाने वाली कंपनियों को तगड़े नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।Best EV Company Stocks In India में निवेश से पहले ध्यान रखने वाली बातें
1.आय एवं मुनाफे में वृद्धि
किसी भी कंपनी के स्टॉक में निवेश करने से पहले इस बात का जरूर पता लगा लेना चाहिए कि उस कंपनी की आय और मुनाफे की वृद्धि साल दर साल कैसी है। Best EV Stocks In India के संदर्भ में यह और जरूरी हो जाता है क्योंकि भारत में सभी इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने वाली कंपनियां मुनाफा नहीं कमा रही हैं।2.अधिग्रहण
विशेषज्ञ उन कंपनियों में निवेश की सलाह देते हैं जिन कंपनियों में दूसरी छोटी कंपनियों को खरीदने की क्षमता होती है। ऐसा करके बड़ी कंपनियां बाजार में प्रतिस्पर्धा को कम कर सकती हैं।3.रिसर्च एंड डेवलपमेंट में निवेश
Best EV Stocks In India लिस्ट में शामिल कंपनियां जिस सेक्टर में काम करती हैं वह एक उभरता हुआ सेक्टर है जिसमें अभी भी बहुत अधिक रिसर्च की जरूरत है। ऐसे में जो कंपनियां रिसर्च एंड डेवलपमेंट में अच्छा खासा निवेश करके नई तकनीकों को इजाद करती हैं, उन कंपनियों को आने वाले भविष्य में अपनी बेहतरीन तकनीक के कारण अधिक लाभ होने की संभावना है।4.सरकारी नीतियां
किसी भी सेक्टर में निवेश करने से पहले उस सेक्टर के प्रति सरकार की नीतियों के विषय में जानना बहुत ही आवश्यक होता है, क्योंकि यह नीतियां उस सेक्टर की वृद्धि को सीधे तौर पर प्रभावित करती हैं। वर्तमान समय में भारत सरकार की नीतियां Best EV Stocks In India के पक्ष में हैं परंतु सरकार की बदलती प्राथमिकताओं के चलते यह नीतियां बादल भी सकती हैं। इसलिए सतर्क रहना बहुत जरूरी है।5.प्रोडक्ट
ऐसी कंपनियों में निवेश करने को अच्छा माना जाता है जिनके प्रोडक्ट्स आम जनता के बीच काफी लोकप्रिय हो और जो ग्राहकों का ध्यान व रुचि अपने में बनाए रखने में कामयाब भी हों। भारत में इस समय Best EV Stocks In India के पक्ष में एक अच्छा माहौल बना हुआ है।6.कस्टमर बेस
किसी भी कंपनी के लिए सबसे जरूरी उसके ग्राहक होते हैं क्योंकि बिना ग्राहकों के कोई भी कंपनी लंबे समय तक टिक नहीं सकती है। बड़े कस्टमर बेस वाली कंपनियां हमेशा ही निवेशकों को अधिक लाभ देने की संभावनाएं रखतीं हैं। इस कारण Best EV Stocks In India लिस्ट में शामिल कंपनियों के शेयरों में निवेश से पहले इन कंपनियों के कस्टमर बेस के बारे में जानकारी लेना बहुत जरूरी हो जाता है।भारत में EV Stocks का भविष्य
आज भारत के कई महानगर वायु प्रदूषण की समस्या से जूझ रहे हैं। भारत में फैलते इस वायु प्रदूषण में एक बड़ा हिस्सा वाहनों से होने वाले प्रदूषण का है। इस बात को समझते हुए भारत सरकार अब लोगों को वायु प्रदूषण के खतरों और इसके रोकथाम के उपायों के लिए सजग बना रही है, इसी कड़ी में सरकार लोगों को इलेक्ट्रिक व्हीकल अपनाने के लिए भी प्रोत्साहित कर रही है। पिछले कुछ वर्षों में भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल सेक्टर में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। इस वृद्धि का कारण लगातार लोगों द्वारा स्वच्छ ईंधन पर चलने वाले वाहनों की मांग है। वर्तमान समय में भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल एक बहुत ही छोटी संख्या में लोगों के पास है परंतु इन उपकरणों की लोकप्रियता के चलते भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने वाली कंपनियों का भविष्य बहुत ही उज्जवल दिखाई पड़ता है। सेक्टर के इसी उज्जवल भविष्य और लगातार ग्रीन एनर्जी की मांग के बढ़ते रहने से लोग भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने वाली कंपनियों के स्टॉक्स को लेकर भी आशावन है और Best EV Stocks In India में निवेश करने के लिए आतुर हो रहे हैं।भारत में EV Stocks से संबंधित नीतियां
भारत सरकार, भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनियों को लगातार प्रोत्साहन दे रही है। इसके पीछे सरकार का वह लक्ष्य है जिसमें सरकार पूरे भारत के परिवहन ढांचे को ही ग्रीन एनर्जी पर चलना चाहती है। अपने इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए भारत सरकार इलेक्ट्रिक व्हीकल और उन्हें बनाने वाली कंपनियों को प्रोत्साहन दे रही है। ये नीतियां Best EV Stocks In India के लिए बहुत सकारात्मक सिद्ध हो रही हैं। इस संबंध में भारत सरकार द्वारा बनाई गई प्रमुख नीतियां निम्नलिखित हैं -1.पब्लिक चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर संबंधी स्कीम्स
चार्जिंग स्टेशनों के नेटवर्क को सार्वजनिक चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर कहा जाता है। यह एक प्रकार का संबंधित उपकरण है जिसका उपयोग इलेक्ट्रिक ऑटोमोबाइल को चार्ज करने के लिए किया जाता है और यह आम जनता के पास मौजूद इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के लिए उपलब्ध होता है। 2025 तक, सरकार 69,000 सार्वजनिक ई.वी. चार्जिंग स्टेशन स्थापित करना चाहती है। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए, सरकार सार्वजनिक चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर स्थापित करने वाली कंपनियों को वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान करती है।2.नेशनल इलेक्ट्रिक मोबिलिटी मिशन प्लान (NEMMP)
भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल विकास और उसे अपनाने को प्रोत्साहित करने के लिए, NEMMP को 2013 में पेश किया गया था। हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देकर, इस पहल का उद्देश्य राष्ट्रीय ईंधन सुरक्षा और वाहनों से होने वाले हानिकारक उत्सर्जन में कमी दोनों को प्राप्त करना है। NEMMP से 9,500 लीटर कच्चे तेल की बचत होने की उम्मीद है और इसका लक्ष्य अनुसंधान और विकास में लगभग 14,000 करोड़ रुपये का निवेश करना है।3.फास्टर एडॉप्शन एंड मेन्युफेक्चरिंग ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल (FAME)
सरकार ने NEMMP के हिस्से के रूप में FAME India कार्यक्रम भी शुरू किया है। यह हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक कारों के उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए शुरू किया गया था, जिसका लक्ष्य 2030 तक पूरे भारत के ऑटोमोबाइल सेक्टर को विद्युतीकृत करना है। यह सरकारी प्रोत्साहन कार्यक्रम चार मुख्य क्षेत्रों पर केंद्रित है: पायलट प्रोजेक्ट, चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, डिमांड क्रिएशन और प्रौद्योगिकी विकास।4.ग्रीन अर्बन ट्रांस्पोर्ट स्कीम (GUTS)
शहरों में टिकाऊ परिवहन प्रणालियों के विकास को प्रोत्साहित करने के लिए, 2018 में GUTS की शुरुआत की गई थी। नतीजतन, यह कार्यक्रम राज्य सरकारों को EV चार्जिंग स्टेशनों सहित शहरी परिवहन के लिए बुनियादी ढाँचे के निर्माण के लिए वित्तीय सहायता देता है।5.राज्यों की EV नीतियाँ
राज्य ई.वी. नीतियाँ इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) के उपयोग और स्वीकृति को प्रोत्साहित करने के लिए अलग-अलग राज्यों द्वारा लागू किए गए कानून और नियम हैं। राज्य दर राज्य, इन नीतियों में बुनियादी ढाँचे के निर्माण, नियम और वित्तीय प्रोत्साहन सहित कई तरह की विभिन्न कार्रवाइयाँ शामिल हो सकती हैं। गुजरात, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, दिल्ली, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश की ई.वी. नीतियाँ इस संबंध में कुछ उल्लेखनीय उदाहरण हैं।Best EV Stocks In India: इन स्टॉक्स में किसे निवेश करना चाहिए?
1.लंबी अवधि के निवेशक
लंबी अवधि के निवेशक वे निवेशक होते हैं जो किसी स्टॉक को एक लंबे समय जैसे 5 या 10 साल या फिर उससे भी अधिक समय तक अपने Portfolio में जगह देते हैं और उस स्टॉक को Hold करते हैं। ऐसे निवेशकों को Best EV Stocks In India में निवेश करना चाहिए क्योंकि इन शेयर्स का सेक्टर अभी अपने शुरुआती दौर में है और इनमें वृद्धि की अपार संभावनाएं हैं।2.धैर्यवान निवेशक
धैर्यवान निवेशक भी किसी स्टॉक को एक लंबे समय तक अपने Portfolio में जगह देते हैं और उस स्टॉक को Hold करते हैं। ऐसे निवेशकों को बाजार की छोटी-बड़ी गिरावटों से कोई खास फर्क नहीं पड़ता है। ऐसे निवेशक भी Best EV Stocks In India को अपने पोर्टफोलियो में जगह दे सकते हैं। ये निवेशक शेयर्स को होल्ड करने में अत्यधिक धैर्य प्रदर्शित करते हैं।3.पर्यावरण संरक्षण में रुचि रखने वाले निवेशक
पर्यावरण संरक्षण आज का एक ज्वलंत मुद्दा है ऐसे निवेशक जो पर्यावरण संरक्षण में रुचि रखते हैं वे Best EV Stocks In India में निवेश करके पर्यावरण को बचाने में अपना योगदान दे सकते हैं।Best EV Stocks In India: इस सेक्टर में निवेश कैसे करें?
भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल सेक्टर के शेयर्स में निवेश करने के दो तरीके हैं -1.सीधे स्टॉक्स खरीदकर
कोई निवेशक शेयर बाजार में किसी इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनियों के शेयरों की सीधी खरीद करके उस कंपनी में निवेश कर सकता है। परंतु निवेश से पहले स्वयं का विश्लेषण अत्यधिक जरूरी है।2.Mutual Funds के जरिए
Best EV Stocks In India में Mutual Funds के जरिए भी निवेश किया जा सकता है। इस प्रकार का निवेश उन निवेशकों के लिए बेहतर होता है जो मार्किट में भरपूर समय नहीं दे सकते हैं।निष्कर्ष
वर्तमान समय में वायु प्रदूषण एक गंभीर चिंता का विषय बनकर उभरा है। वायु प्रदूषण को रोकने के लिए बहुत से कदम उठाए जा रहे हैं जिनमें से एक धुआं उगलती गाड़ियों को इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के साथ बदलना भी है। वायु प्रदूषण की बढ़ती चिंताओं और इससे निपटने के लिए इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की बढ़ती मांग के चलते Best EV Stocks In India लिस्ट में शामिल और इस सेक्टर से जुड़ी अन्य कंपनियां ही भविष्य के परिवहन को दिशा देने में सक्षम दिखाई पड़ती हैं। इस लेख में इलेक्ट्रिक व्हीकल सेक्टर के विभिन्न आयामों को प्रदर्शित करने का का प्रयास किया गया है जिसमें भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल सेक्टर की स्थिति को भी बताया गया है तो Best EV Stocks In India लिस्ट की चर्चा भी की गई है।प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
1.भारत में कितनी ईवी कंपनियां हैं?
उ. 380, जिनमें से टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, अशोक लेलैंड और मारुति सुजुकी जैसी कंपनियां प्रमुख हैं।
2.कौन सी कंपनियां सबसे ज्यादा ईवी बेचती हैं?
उ. भारत - टाटा मोटर्स तथा विश्व - टेस्ला।
3.भारत में ईवी का नेतृत्व कौन सी कंपनियां कर रही है?
उ. भारत - टाटा मोटर्स तथा विश्व - टेस्ला।
3.भारत में ईवी का नेतृत्व कौन सी कंपनियां कर रही है?
उ. टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, अशोक लेलैंड और मारुति सुजुकी।
4.भारत में सबसे बड़ी Electri Vehicle निर्माता कंपनी कौन है?
4.भारत में सबसे बड़ी Electri Vehicle निर्माता कंपनी कौन है?
उ. टाटा मोटर्स।
5.भारत में पहली इलेक्ट्रिक कार किस कंपनी ने लॉन्च की थी?
5.भारत में पहली इलेक्ट्रिक कार किस कंपनी ने लॉन्च की थी?
उ. महिंद्रा एंड महिंद्रा।
डिस्क्लेमर
इस आर्टिकल में दी गई जानकारी विशुद्ध रूप से केवल शैक्षिक उद्देश्यों हेतु है। पाठकों से अनुरोध है कि वे किसी भी प्रकार के निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से राय जरूर लें।